यात्रा के दृष्टि कोण:
यात्रा के दृष्टि कोण: सांस्कृतिक एकता का सामूहिक अनुभव: हमारा दृष्टि कोण है कि यह यात्रा एक सामूहिक सांस्कृतिक अनुभव हो, जिसमें सभी यात्री गण भाग लेकर सांस्कृतिक एकता का अनुभव लें।
सांस्कृतिक जागरूकता का स्तर बढ़ाना: हम चाहते हैं कि यात्रा से सांस्कृतिक जागरूकता में वृद्धि हो और सभी यात्री गण भगवान कृष्ण के साथ जुड़कर अपनी सांस्कृतिक पहचान में समृद्धि का अहसास करें।
धार्मिक सद्भाव का उत्थान: यात्रा सेहम धार्मिक सद्भाव का समर्थन करते हैं और समृद्ध भारतीय धार्मिक सांस्कृतिक विरासत की ओर से लोगों को एक साथ ला रहे हैं।
भगवान कृष्ण के संदेशों का प्रसार: हम चाहते हैं कि यात्रा के माध्यम से भगवान कृष्ण के संदेशों का समर्थन किया जाए और उन्हें लोगों के बीच प्रसारित किया जाए। सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विकास: हम यात्रा से सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विकास की ऊँचाइयों को छूने का लक्ष्यर खते हैं, जिससे समृद्ध और परिपूर्ण व्यक्ति बनें। सांस्कृतिक सेवा और समर्थन: हम चाहते हैं कि यात्रा के दौरान सांस्कृतिक सेवा और समर्थन में भारी योगदान दिया जाए, ताकि सांस्कृतिक स्थलों की सुरक्षा और समरक्षण हो सके। सांस्कृतिक समृद्धि में सहयोग: हम इसे देखना चाहते हैं कि यात्रा के माध्यम से सांस्कृतिक समृद्धि में अनेक संगठनों, समूहों और व्यक्तियों का सहयोग हो ताहै। ये दृष्टि कोण हमारी यात्रा के सांस्कृतिक और धार्मिक उद्देश्यों को अग्रणी बनाए रखने का प्रयास करते हैं और एक समृद्ध, सांस्कृतिक भविष्य की दिशा में हमारी दृष्टि को प्रशस्त करते हैं। युवा नेतृत्व की प्रेरणा: हम यात्रा से युवा पीढ़ी को नेतृत्व और उत्साह से भरने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं, ताकि वे समृद्ध भविष्य की ओर कदम बढ़ाएं। सांस्कृतिक विविधता का समर्थन: हम चाहते हैं कि यात्रा से सांस्कृतिक विविधता का समर्थन किया जाए और भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने के लिए सक्रियता दिखाई जाए। सांस्कृतिक शिक्षा का प्रसार: हम यह चाहते हैं कि यात्रा से सांस्कृतिक शिक्षा का प्रसार हो और लोगों को अपनी सांस्कृतिक विरासत के प्रति जागरूक किया जाए। सांस्कृतिक पर्यावरण सुरक्षा: हमारा दृष्टिकोण है कि यात्रा के माध्यम से हम सांस्कृतिक पर्यावरण की सुरक्षा में अपना योगदान दें और स्थानीय समुदायों को इसमें शामिल करें। आत्मरूप रेखा का अनुभव: हम चाहते हैं कि यात्रा से सभी यात्रीगण आत्म-रूप रेखाका अनुभव करें और उन्हें अपने आत्माके साथ जुड़ कर एक सांस्कृतिक अनुभव हो। सांस्कृतिक सफलता का प्रोत्साहना: हम चाहते हैं कि यात्रा से हम सांस्कृतिक सफलता की प्रोत्साहना करें और लोगों को यह बताएं कि सांस्कृतिकता और सफलता में मिलन का महत्व क्या है। सांस्कृतिक साक्षरता में वृद्धि: हम यात्रा से सांस्कृतिक साक्षरता में वृद्धि करने के लिए प्रयासरत हैं, ताकि हर कोणसांस्क VISIONS- SRI KRISHNA CENTRIC यात्रा के दृष्टिकोण (कृष्ण केंद्रित): इन दृष्टि कोणों के साथ, यह यात्रा भगवान कृष्ण के आदर्शों, संदेशों, और सांस्कृतिक विरासत की महत्वपूर्णता को प्रमोट करने का एक साधक है। कृष्ण भक्ति का प्रचार-प्रसार: हम यात्रा के माध्यम से चाहते हैं कि कृष्ण भक्ति का प्रचार-प्रसार हो, और लोग कृष्ण के प्रेम और भक्ति मेंरत रहें। कृष्ण जीवन के आदर्शों का समर्थन: हम चाहते हैं कि यात्रा से लोग कृष्ण जीवन के आदर्शों को अपनाएं और उनके शिक्षाओं को अपने जीवन में शामिल करें। कृष्ण साधना की जागरूकता: यात्रा के माध्यम से हम लोगों को कृष्ण साधना में जागरूक करेंगे और उन्हें इस मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेंगे। कृष्ण भगवान के संदेशों का प्रचार: हम यह चाहते हैं कि यात्रा सेहम कृष्ण भगवान के संदेशों को समर्थन करें और उन्हें समाज में फैलाएं। कृष्ण भक्ति में सांस्कृतिक एकता: हम लोगों को यात्रा के माध्यम से एक सांस्कृतिक समृद्धि की दिशा में कृष्ण भक्ति के माध्यम से एक जुट होने का प्रेरणा देंगे। कृष्ण साधना में भागीदारी: हम लोगों को यात्रा में कृष्ण साधना में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करेंगे, जिससे उन्हें भगवान कृष्ण के साथ गहरा और आत्मनिर्भर जुड़ाव हो। कृष्ण जीवन और कथा ओंकी महत्वपूर्णता:हम लोग यह चाहते हैं कि यात्रा से लोग कृष्ण जीवन और कथा ओंकी महत्वपूर्णता को समझें और इसे अपने जीवन में अंगी कार करें। कृष्ण भक्ति से आत्म-परिपूर्णता: हम यह चाहते हैं कि यात्रा से लोग आत्म-परिपूर्णता की दिशा में कृष्ण भक्ति के माध्यम से अग्रसर हों और सुखी जीवन जीं। कृष्ण भक्ति से सामाजिक समृद्धि: हम चाहते हैं कि यात्रा के माध्यम से कृष्ण भक्ति से सामाजिक समृद्धि हो, जिस से लोग आपसी सांघर्षों को छोड़कर समृद्धि और सांस्कृतिक सहयोग में एकत्र हों। कृष्ण कथा ओंके माध्यम से शिक्षा: हम चाहते हैं कि यात्रा से लोग कृष्ण कथाओं के माध्यम से शिक्षा प्राप्त करें और उन्हें अपने जीवन को दीप्ति और मार्ग दर्शन के साथ जीने का अवसर मिले। कृष्ण जीवन मॉडल के रूप में: हम यह चाहते हैं कि यात्रा से लोग कृष्ण जीवन को अपने लिए एक मॉडल के रूप में देखें और उसके मार्ग दर्शन में अपने जीवन को आदर्शित करें। कृष्ण राजनीति में सत्यता और नैतिकता: हम चाहते हैं कि यात्रा से लोग कृष्ण के राजनीतिक दृष्टि कोण से सत्यता और नैतिकता का मूल्यांकन करें और राजनीतिक क्षेत्र में इसे अपनाएं। कृष्ण विचार शीलता का प्रमोट: हम यह चाहते हैं कि यात्रा से लोग कृष्ण की विचार शीलता को समझें और उसे अपने नैतिक और आध्यात्मिक विकास में शामिल करें। कृष्ण भगवान के साथी बनाना: हम चाहते हैं कि यात्रा से लोग अपने जीव न को भगवान कृष्ण के साथ साझा करें और उन्हें अपना साकार और निराकार रूप में अपना साथी मानें। कृष्ण कथा ओंके माध्यम से आत्मज्ञान: हम यह चाहते हैं कि यात्रा से लोग कृष्ण कथा ओंके माध्यम से आत्मज्ञान प्राप्त करें और अपने आत्मा की ऊँचाइयों को पहचानें। इन दृष्टि कोणों के साथ, यह यात्रा भगवान कृष्ण के साथ एक गहरा जुड़ाव बनाए रखने काप् रयास करती है और उनके संदेशों को समर्थन करके लोगों को एक सत्यता और नैतिक जीवन की दिशा में प्रेरित करती है।